नरसिंगपुरा महाजन की उत्पत्ति नरसिंगपुर नगर में हुई। भट्टारकजी श्री रामसेनजी महाराज के उपदेश से अहिंसक धर्म धारण किया गया था। इनकी गोत्रानुसार निम्नलिखित कुलदेवियां रहीं है-
सं. | गोत्र | कुलदेवी |
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1.
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खड़नर
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वारणी देवी
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2.
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पुलपगर
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पावई देवी
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3.
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भीलणहोड़ा
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अवाइ देवी
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4.
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रयणपारखा
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रयणी देवी
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5.
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अमथिया
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रोहणी देवी
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6.
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भुद्रपसार
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भवानी देवी
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7.
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चिमडिया
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घरु देवी
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8.
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पवलमथा
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पावई देवी
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9.
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पदमा
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पलवी देवी |
10.
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सुमनोहर
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सोहणी देवी |
11.
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कलसधर
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मोरिण देवी |
12.
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कूंकलो
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चक्रेश्वरी देवी |
13.
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बोरठेच
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बहुरूपणी देवी |
14.
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सापड़िया
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पसावती देवी |
15.
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तेलिया
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कांतेश्वरी देवी |
16.
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बलोला
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अंबा देवी |
17.
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खेलण
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कंटेश्वरी देवी |
18.
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खांभी
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बरवासनी देवी |
19.
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हरसोल
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चक्रेश्वरी देवी |
20.
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नागर
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नीणेश्वरी देवी |
21.
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जसोहर
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झांझणी देवी |
22.
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झड़पड़ा
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पिशाची देवी |
23.
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बारोड़
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पिपला देवी |
24.
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कथोटिया
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पिरण देवी |
25.
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पंचलोल
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मोरण देवी |
26.
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भोकरवाड़ा
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- |
27.
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बसोहरा
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सीवाणी देवी |
जिन कुलदेवियों के नाम इस विवरण में नहीं हैं उन्हें शामिल करने हेतु सर्वेक्षण-प्रपत्र अथवा नीचे दिए कमेण्ट बॉक्स में विवरण आमन्त्रित है।
Kuldevi of Narsinghpura Mahajan Jain
Narsinghpura Mahajan Jain Samaj ki Kuldeviya... Well Done
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