Mansa Mata, Devi ki Khol Amber Jaipur |
देवी की प्रतिमा स्वयंभू उत्कीर्ण है, किसी के द्वारा तराशी या स्थापित की हुई नहीं है। मूर्ति के नेत्र, भौहें, ललाट, मुख आदि अपने आप ही मूर्ति में आभासित है। ललाट पर सर्प का फन भी दिखाई देता है। वास्तव में मंसा माता को सर्पों की देवी माना जाता है। देवी भागवत के 48 वें स्कन्ध में इसका वर्णन है। मंसा माता जगत्कारु ऋषि की पत्नी थी। जब यह ऋषि पुष्करारण्य गए तो उन्होंने इस स्थान पर पड़ाव किया था। वहीं मंसा माता का मन्दिर बना हुआ है।
Mansa Mata Temple Devi ki Khol Amber Jaipur |
Kund in Backside of Mansa Mata Temple Devi ki Khol Amber Jaipur |
मंसा माता के अन्य मन्दिर
मंसा देवी का एक राजस्थान के अलवर जिले में सरिस्का अभयारण्य में भर्तृहरि की गुफा के पास स्थित है। समीप ही हनुमान जी का प्रसिद्ध मन्दिर है।
मंसा माता का का एक मन्दिर हरिद्वार में शिवालिक पर्वत की चोटी पर स्थित है।
नोट:- यदि आप मंसा माता को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते हैं तो कृपया Comment Box में अपना समाज व गोत्र लिखें।
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मिशन कुलदेवी से जुडने के लिये आपका धन्यवाद