रैबारी अथवा राइका समाज के लोग भी शक्ति उपासना में विश्वास करते रहे हैं। डॉ. विक्रमसिंह भाटी के अनुसार रेबारी समाज की कुलदेवियां निम्नलिखित हैं-
कुलदेवी उपासक सामाजिक गोत्र
1. आईनाथ, स्वांगिया माता - आल
2. बायण माता - विपावत, भीम, गांगल, पेवाला, सांगावत
3. चामुण्डा माता - उलवा, आंडु
4. बीसभुजा माता, बीसा माता (सांठिका गांव) - बार
5. आशापुरा माता (नाडोल), ममाय देवी (बागोरिया) - सेलाणा
6. ममाय माता (बागोरिया) - साम्भड़, किरमटा, बाछावत, कालर, आजना
7. सच्चियाय माता - देऊ, बिड़ा
8. गाजन देवी - पड़िहार
9. ब्राह्मणी माता (सालोड़ी) - लुकाभीम, गधवा भीम
बागोरिया स्थित ममाय माता ब्राह्मणी है। सालोड़ी स्थित बायण माता ब्राह्मणी है।
जिन कुलदेवियों के नाम इस विवरण में नहीं हैं उन्हें शामिल करने हेतु सर्वेक्षण-प्रपत्र में विवरण आमन्त्रित है।
Kuldevi of Rabari Community, Rabari Samaj ki Kuldeviya, Kuldevi of Aal, Kuldevi of Vipawat, Kuldevi of Ulwa, Kuldevi of Baar, Kuldevi of Bheem, Kuldevi of Gangal, Kuldevi of Selana, Kuldevi of Pewala,Kuldevi of Sambhad, Kuldevi of Deu, Kuldevi of Parihar/Padihar, Kuldevi of Kirmata, Kuldevi of Sangawat, Kuldevi of Bachhawat, Kuldevi of Aandu, Kuldevi of Kalar, Kuldevi of Aajna, Kuldevi of Bida, Kuldevi of Lukabhim, Kuldevi of Gadhwa Bhim
Rabari Samaj ki Kuldeviya.. Bahut acha prayas h.. well done
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