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Pandukya / Pandokha / Panduka / Kunti Mata Nagaur |
पाण्डुक्या / पाण्डुका / पण्डोखा (Pandukya / Pandukhya / Pandokha / Panduka) माता का मन्दिर नागौर जिले में मेड़ता के पास पाण्डरोई गांव में स्थित है। यह मन्दिर मेड़ता सिटी से पश्चिम में 6 किमी. तथा मेड़ता रोड़ से पूर्व में 9 किमी. की दूरी पर है। माता का मन्दिर जंगल में प्राकृतिक वातावरण में अवस्थित है।
पाण्डुका माता का नामकरण इस आधार पर हुआ कि पाण्डुओं ने वनवास की अवधि में यहाँ तपस्या की थी। अतः यह स्थान पाण्डुओं का ओरण नाम से जाना जाता है, इसलिए यह पाण्डुका माता कहलाई।
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Pandukya / Pandokha / Panduka / Kunti Mata Temple Nagaur |
माताजी के निज मन्दिर में तीन मूर्तियां हैं। मध्य में महिषासुर-मर्दिनी माता की मूर्ति है। बाईं ओर कुन्ती (पाण्डवों की माता) की मूर्ति है तथा दाहिनी ओर सिंह पर सवार दुर्गा माता की संगमरमर की मूर्ति है जो वर्तमान में ही स्थापित की गई है। मन्दिर में दीवार में गणेशजी की प्रतिमा के पास प्राचीन शिलालेख है इसके अतिरिक्त एक शिलालेख मन्दिर के बाहर वृक्ष के नीचे रखा हुआ है।
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Lord Ganeasha Ji and Inscription in Panduka / Kunti Mata Temple Nagaur |
माता की मूर्ति चतुर्भुजी है तथा स्वरूप महिषासुर-मर्दिनी है। माता के सामने सभा-मण्डप में दो सिंह हैं जो अतिप्राचीन हैं। इनमें से एक सिंह का धड़ खण्डित है तथा दूसरे सिंह का एक पैर खण्डित है।
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Lion-Idols in Panduka / Kunti Mata Temple Nagaur |
मन्दिर के बाहर माता के दो भक्त जो गुरु-चेले के रूप में यहाँ रहते थे उनकी समाधियाँ हैं जो काफी प्राचीन हैं।
मन्दिर के पास अनेकानेक खण्डित मूर्तियां इधर-उधर बिखरी पड़ी हैं। सम्भव है कि इस मन्दिर ने विधर्मियों के आक्रमण का दंश सहा है।
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Inscription in Panduka / Kunti Mata Temple Pandaroi Nagaur |
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Sanjay Kumar Sharma
A Blogger working to illuminate Indian heritage and culture.
Pandukya Mata ki Jai... Bahut Sundar lekh... Jai Maa Pandukya
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